What Does Shiv chaisa Mean?
What Does Shiv chaisa Mean?
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शिव चालीसा - जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला.
योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। शारद नारद शीश नवावैं॥
भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥
समझनी है जिंदगी तो पीछे देखो, जीनी है जिंदगी तो आगे देखो…।
Devotees who chant these verses with rigorous like turn out to be prosperous through the grace of Lord Shiva. Even the childless wishing to have kids, have their desires fulfilled right after partaking of Shiva-Prasad with religion and devotion.
शिव चालीसा का पाठ पूर्ण भक्ति भाव से करें।
कानन कुण्डल नागफनी के ॥ अंग गौर शिर गंग बहाये ।
वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥ निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूँ लोक फैली उजियारी॥
जय सन्तोषी मात अनूपम। शान्ति दायिनी रूप मनोरम॥ सुन्दर वरण चतुर्भुज रूपा। वेश मनोहर ललित अनुपा॥
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शनिदेव मैं सुमिरौं तोही। विद्या बुद्धि ज्ञान दो मोही॥ तुम्हरो नाम अनेक बखानौं। क्षुद्रबुद्धि मैं जो कुछ जानौं॥
नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीस।
जय जय जय अनन्त अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥